March 1, 2010

"एक वाक्य" - डॉ. धर्मवीर भारती

"एक वाक्य"

चेक बुक हो पीली या लाल,
दाम सिक्के हों या शोहरत -
कह दो उनसे
जो ख़रीदने आये हों तुम्हें
हर भूखा आदमी बिकाऊ नहीं होता है !

[ रचनाकार: - डॉ. धर्मवीर भारती  ]

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