June 12, 2010

"घोडों का गुनगुनाना" - विष्णु नागर

"घोडों का गुनगुनाना"

उसने कहा
घोडे उस समय हिनहिना रहे थे
मैंने पूछा
तुम्हारा मतलब ये तो नहीं कि घोडे उस समय
गुनगुना नहीं रहे थे?

[ रचनाकार: - विष्णु नागर ]

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